पंच केदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली गोपीनाथ मंदिर से रवाना, 18 मई को खोल दिए जाएंगे रुद्रनाथ मंदिर के कपाट
पंच केदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली अपने भक्तों के सैलाब के साथ शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर से रवाना हुई। डोली आज रात्रि प्रवास के लिए पुंग बुग्याल पहुंचेंगी। जिसके बाद 18 मई को ब्रह्ममुहुर्त में रुद्रनाथ मंदिर के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जाएंगे। कपाट कार्तिक माह तक श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खुले रहेंगे।
18 मई को कपाट पौराणिक रीति रिवाजों और परंपराओं के बीच ब्रह्म मुहूर्त में ग्रीष्म काल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनों को खोले जाएंगे। चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ में भगवान शिव के मुख दर्शन होते हैं। यह भारत में इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां भगवान भोलेनाथ के मुख की पूजा होती है। शीतकाल के दौरान भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के बाद भगवान रुद्रनाथ जी की पूजा भगवान के शीतकालीन गद्दीस्थल गोपीनाथ में की जाती है। रुद्रनाथ मंदिर के लिए गोपेश्वर के पास स्थित सगर गांव से 22 किमी पैदल ट्रेक करना पड़ता है।