पंचकूला में परिवार के सात लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली, कुछ महिनें पहले देहरादून में रहता था परिवार
पंचकूला में परिवार के सात लोगों ने सोमवार रात में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में दंपती, तीन बच्चे और परिवार के बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। सभी के शव एक कार में मिले हैं। कार देहरादून नंबर की बताई जाती है। मृतकों में दो की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पंचकूला शहर के सेक्टर-27 में सोमवार रात कर्ज में डूबे एक ही परिवार के सात लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मरने वालों में दो दंपती, तीन मासूम बच्चे और परिवार के बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात करीब 11 बजे डायल 112 पर सूचना मिली कि मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी एक कार में कुछ लोग आत्महत्या कर रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी में सवार छह लोगों को सेक्टर-26 के निजी अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया।
घर से बाहर एक और व्यक्ति तड़पते हुए निकला। पुलिस टीम उसको उपचार के लिए सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल में ले गई। मृतकों की पहचान प्रवीन मित्तल और उसके पिता देशराज मित्तल और उनके परिवार के सदस्यों के रूप में हुई है।
देहरादून पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के 07 सदस्यों द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना प्राप्त हुई तथा उक्त परिवार का देहरादून से संबंधित होना ज्ञात हुआ। परिवार के संबंध में जानकारी करने पर प्रकाश में आया कि मृतक प्रवीण मित्तल पुत्र देशराज मित्तल का परिवार लगभग 8-9 महीने पूर्व तक कोलागढ़ देहरादून में किराए पर निवास करता था, जिनका मूल रूप से चंडीगढ़ क्षेत्र का होना प्रकाश में आया है। वर्तमान में उक्त परिवार देहरादून में निवास नहीं कर रहा था। घटनास्थल से जो वाहन मृतक के पास मिला है, वह मालदेवता देहरादून के गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत है, जिनके संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उनकी मृतक प्रवीण मित्तल से NGO के काम के सिलसिले में मुलाकात हुई थी। मृतक पूर्व में चाइल्ड लाइफ केअर मिशन नाम से NGO चलाता था। इसी दौरान मित्रता के चलते गंभीर नेगी ने उक्त वाहन अपने नाम पर फाइनेंस करवाया था, जिसे वर्तमान में मृतक चलाता था। वर्तमान में मृतक का परिवार सहित चंडीगढ़ में निवास करना प्रकाश में आया है।