उत्तराखंड

केदारघाटी में आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य जारी, हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू जारी, पूरा अपडेट

केदारघाटी में बुधवार रात्रि को हुई अत्यधिक बारिश से लिनचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिनचोली का रास्ता पूरी तरह से बंद होने के बाद से राहत एवं बचाव कार्य निरंतर जारी है। बचाव कार्यों में तेजी लाने हेतु वायु सेना का चिनूक एवं एमआई 17 विमान भी आज प्रातः गौचर पहुंच गए हैं। एमआई 17 ने एक चक्कर लगाकर 10 लोगों को रेस्क्यू कर गौचर पहुंचा दिया है। भीमबली और लिनचोली से भी यात्रियों को एयर लिफ्ट करना शुरू कर दिया गया है। वहीं मैनुअल रेस्क्यू भी लगातार जारी है।भारी बारिश के कारण केदार घाटी में कई जगह रास्ते क्षतिग्रस्त हुए हैं। विभिन्न पड़ावों पर फंसे तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस सहित अन्य सुरक्षा बल लगातार कार्य कर रहे हैं। हर स्तर पर सभी लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। केदार घाटी में विभिन्न पड़ावों में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने एवं भोजन उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी के निर्देशन में संबंधित विभाग लगातार कार्य कर रहे हैं। जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि गुरुवार सुबह से ही मुख्य यात्रा पड़ावों में फंसे तीर्थयात्रियों को फूड पैकेट, पेयजल एवं भोजन की व्यवस्था करवाई जा रही है। केदारनाथ, लिनचोली, भीमबली, सोनप्रयाग, शेरसी, गुप्तकाशी एवं चैमासी सहित अन्य स्थानों पर शुक्रवार दोपहर 3ः30 बजे तक लगभग 18000 फूड पैकेट और करीब 35 हजार पानी की बोतलें उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं। इसके अलावा जीएमवीएन एवं स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें बीकेटीसी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल गुसाईं ने बताया कि अब तक सोनप्रयाग, गौरीकुड व शेरसी में 286 लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई गई है। शुक्रवार को 3.30 बजे तक 582 लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए एयर लिफ्ट किया गया है। वहीं, सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच 1500 से अधिक लोगों को मैनुअली रेस्क्यू किया जा चुका है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *