केदारनाथ: एक महीने की यात्रा में दो सौ करोड़ के पार हुआ कारोबार
केदारनाथ यात्रा में एक महीने में दो सौ करोड़ का करोबार हो गया है। यात्रा बढ़ने के साथ ही कारोबार को गति मिलने लगी है, जिससे सरकार को भी अच्छा राजस्व मिल रहा है। 2 मई से शुरू हुई यात्रा में एक जून तक दर्शनाथियों की संख्या सात लाने के पार होने के साथ ही कारोबार ने नया आयाम स्थापित किया है।
समुद्रतल से 11750 फीट की ऊंचाई पर भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम मेरु-सुमेरु पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी पर विराजमान है। इस वर्ष 2 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग से 31 मई तक 1,39,444 श्रद्धालु घोड़ा-खच्चरों से केदारनाथ पहुंचकर बाबा कदेार के दर्शन कर चुके हैंं। इस दौरान घोड़ा-खच्चरों के संचालन से 40 करोड़ 50 लाख से अधिक की आय प्राप्त हो चुकी है। वहीं, गुप्तकाशी, फाटा और सोनप्रयाग के अलग-अलग हेलिपैड से आठ हेलिकॉप्टर केदारनाथ के लिए उड़ान भर रहे हैं। प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, 31 मई तक 33000 श्रद्धालुओं ने हेलिकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचकर 35 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। दूसरी तरफ जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि यात्रा शुरू होने से अभी तक डंडी-कंडी से 29275 यात्री धाम पहुंचकर दर्शन कर चुके हैं। इस दौरान कुल 1 करोड़ 16 लाख से अधिक की आय हो चुकी है। सोनप्रयाग-गौरीकुंड शटल सेवा से भी 7 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है। इसके अलावा केदारघाटी से केदारनाथ तक होटल प्रतिष्ठानों ने भी एक माह की यात्रा में 100 करोड़ रुपये का कारोबार कर चुके हैं। केदारनाथ धाम में गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय मैनेजर गिरवीर सिंह रावत ने बताया कि एक महीने की यात्रा में अभी तक 3 करोड़ 80 लाख 1582 रुपए का राजस्व प्राप्त हो चुका है। यात्रा में चालान व अन्य आर्थिक दंड से 2 लाख 26 हजार का राजस्व जमा किया जा चुका है।
इनका कहना है —
केदारनाथ धाम यात्रा उत्तराखंड की आस्था और संस्कृति की धुरी बन चुकी है। सरकार का लक्ष्य केवल तीर्थयात्रियों को सुविधाएं देना नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं, महिलाओं एवं व्यापारियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना भी है। हम प्रयासरत हैं कि यात्रा सुरक्षित, सुगम और समृद्ध बनाने की दिशा में हर संभव कदम उठाएं।
— पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री