उत्तराखंड

मणिकर्णिका तट उत्तरकाशी में मनाया गंगा महोत्सव उत्तरकाशी, सुंदरकांड व भजन संध्या का भी आयोजन

गंगा विश्व धरोहर मंच व जिला गंगा समिति के तत्वावधान में मणिकर्णिका पावन तट पर गंगा महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें नगर के तमाम शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने आम जनों ने सहभागिता निभाई। छात्रों ने जहां नदी तट को रंगोली व पोस्टर से सुसज्जित किया वहीं निबंध, पेंटिंग व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से गंगा स्वच्छता का संदेश दिया गया। प्रातः काल में सनातन धर्म के संवाहक पंडित शिवराम शास्त्री जी महाराज के संग मातली में नदी तट पर रूद्राक्ष व अन्य दिव्य वृक्षों का रोपण किया गया। दोपहर बाद सुंदरकांड व भजन संध्या में वृंदावन से आमंत्रित भास्कर कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने अपनी मधुर आवाज से भाव विभोर कर दिया। शंख व गंगा क्विज प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। वहीं संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. द्वारिका प्रसाद नौटियाल द्वारा गंगा उद्गम क्षेत्र के पंच प्रयाग यथा गंगा प्रयाग, हरि प्रयाग, सोन प्रयाग, भास्कर प्रयाग व वरूण प्रयाग (उत्तर प्रयाग) के महत्व पर प्रस्तुति दी गई। गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने बताया कि गंगा भारत की सांस्कृतिक विरासत है जिसे 4 नवंबर, 2008 को गंगा को ‘राष्ट्रीय नदी’ घोषित किया गया था। इसलिए प्रति वर्ष इस दिन गंगा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। गंगा महोत्सव में सायंकाल में मणिकर्णिका तट पर भव्य व दिव्य गंगा आरती व दीप-दान किया गया। कार्यक्रम में भारतीय रेडक्रास सोसायटी राज्य शाखा उत्तराखंड के महासचिव डॉ. हरीश चन्द्र शर्मा, यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ. भवतोष शर्मा, शिक्षा अधिकारी श्रीमती हर्षा रावत, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अजय रावत व उनकी टीम ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया व बेहतरीन कार्य करने वाले अनेकों प्रतिष्ठित व्यक्तियों को गंगा गौरव सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर अष्टादश महापुराण समिति के अध्यक्ष हरिसिंह राणा, प्रेम सिंह पंवार, जीतवर सिंह नेगी, यज्ञ प्रेमी अरविन्द कुडि़याल, राजेन्द्र गगाडी़, श्याम स्मृति वन के अध्यक्ष प्रताप सिंह पोखरियाल पर्यावरण प्रेमी, संरक्षक सुभाष चन्द्र नौटियाल, गीता गैरोला, सीमा सजवाण, पुष्पा पंवार, किरन वत्रा, संजय जगूडी़, अजय नौटियाल, सुरेन्द्र कुमार आर्यन, प्रताप सिंह मटूड़ा, उत्तम पंवार, डॉ. अचला चंदोक, कुसुम सजवाण, राजेन्द्र व्यास, सहित अनेकों प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सहयोग किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *