उत्तराखंड

पहली बार देहरादून जिले में ग्राउंड जीरो पर कार्य करने वाले डेंगू/मलेरिया वॉरियर्स से डीएम ने किया संवाद

देहरादून जिले में  प्रथमबार ग्राउंड जीरो पर कार्य करने वाले डेंगू/मलेरिया वारिसर्य से संवाद किया गया।आज जनपद देहरादून अवस्थित आईआरडीटी आडोटोरियम सर्वे चौक में स्वास्थ्य विभाग से आशा कार्यकर्तियों एवं नगर निगम के फील्ड कार्मिकों के साथ जिलाधिकारी ने संवाद किया तथा उनकी समस्याओं को जाना। डेंगू/मलेरिया की सघन मॉनिटिरिंग एवं ग्रांउड जीरो पर कार्य कर रहे कार्मिकों के समक्ष आने वाली चुनौतियों को जानने तथा उनके निस्तारण के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी ने कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फील्ड एक महत्वपूर्ण अंग होते हैं जो ग्रांउड जीरो पर चल रही स्थ्तिि से उच्च स्तर को अवगत कराते हैं, इसलिए उनकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती हैं, जिलाधिकारी फील्ड कार्मिकों को अपने दायित्वों को जिम्मेदारी एवं विश्वास के साथ निर्वहन करते गर्व से कार्य करने के निर्देश दिए साथ ही उच्च स्तरीय अधिकारियों एवं आफिस कार्मिकों को ग्राउंड जीरो पर कार्य करने वाले कार्मिकों की समस्या के निस्तारण के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि आशा कार्मिकों के भुगतान में किसी प्रकार की देरी न हो यह सुनिश्चित कर लिया जाए इसके लिए सुविधा एवं कार्मिक बढाने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकितसाधिकारी को चिकित्सालयों में खाली पड़े कक्षों में आशाघर एवं डोरमेट्री बनाने की कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए। इस पहल पर आशाओं ने ताली बजाकर जिलाधिकारी का अविवादन किया।ज्ञातब्य है कि बसंल द्वारा नैनीताल जनपद के जिलाधिकारी रहते चिकित्सालयों में आशाघर/डोरमेट्री बनाने की पहल की गई थी, जिसे राज्य में काफी सराया गया। चिकित्सालयों में आशाघर/डोरमेट्री बनने से जहां दूरदराज से गर्भधात्री महिलाओं, जच्चा, बच्चा के साथ आने वाली आशाओं को रहने, पेयजल आदि की सुगम सुविधा रहेगी, वहीं आशाओं को अनावश्यक परेशानी से जूझना नही पड़ेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि फील्ड कर्मचारी हमेशा हीरो की भूमिका में होते हैं, विशेषकर जहां स्वास्थ्य की बात आती हैं वंहा उनकी जिम्मेदारी और भी अधिक बढ जाती है। कहा कि स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय होता है, इसके लिए इन कार्यों में शासन प्रशासन के साथ ही फील्ड कार्मिकों की जिम्मेदारी अधिक बढ जाती है, कि वे क्षेत्र की वस्तुस्थ्तिि से उच्चस्तर पर पर अवगत कराते रहें। आशा कार्यकर्तियो एवं नगर निगम के पर्यावरण मित्र फील्ड कार्मिकों को क्षेत्र में अलग पहचान बनाए रखने के लिए डेªस में रहने पर बल दिया। 

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