मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम में ₹1378 लाख की 3 योजनाओं का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए ₹1378 लाख की 3 योजनाओं का लोकार्पण किया। लोकार्पण की गई योजनाओं में ₹905 लाख की लागत से पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम का विकास एवं विस्तार कार्य, ₹143 लाख की लागत से डाम कोठी पुल का विद्युत फसाड सौन्दर्यकरण कार्य, ₹330 लाख की लागत से चण्डी देवी पुल के विद्युत फसाड सौन्दर्यकरण के कार्य शामिल हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब युवाओं में खेलों के प्रति एक नया विश्वास जागृत होगा और वो दिन दूर नहीं जब उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही ’’खेल प्रतिभाओं की भूमि’’ के नाम से भी पहचाना जाएगा। हमारा देश और प्रदेश दोनों युवा हैं, युवा शक्ति की महत्वाकांक्षाएं भी युवा है। युवाओं के सपनों को पंख देना हमारी पहली प्राथमिकता है, हर नीति हर निर्णय युवाओं को केंद्र में रख कर लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में धर्म नगरी को खेल के क्षेत्र में इतनी बड़ी सौगात आज हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने दी है और अधिकारियों व युवा कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण स्टेडियम एक वर्ष में बनकर खिलाड़ियों के लिए तैयार हो पाया है। उत्तराखण्ड में विकास का महायज्ञ चल रहा है, यज्ञ को पूर्ण करने में हम सभी को अपने समय और अपने परिश्रम की आहुति प्रदान करनी है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर अच्छी नियत और कठोर परिश्रम से कार्य करती है तो उसके परिणाम भी सकारात्मक रूप से अच्छे आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में चल रही हमारी सरकार ने युवाओं की निराशा को खत्म कर उन्हें नई आशा प्रदान की है। हरिद्वार में इतना शानदार क्रिकेट स्टेडियम युवाओं के लिए बनकर तैयार हुआ है, हम युवाओं के विकास के लिए उनकी प्रतिभा निखारने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं। क्रिकेट स्टेडियम के शुभारंभ के बाद हरिद्वार और अधिक चमकने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के लिए एक समग्र और युवा नीति बनाने जा रही है। युवाओं के रोजगार व्यक्तित्व विकास और केंद्रित होगी। उत्तराखण्ड के युवाओं को अवसरों की कमी ना रहे इसलिए हम हर स्तर पर कार्य कर रहे हैं। उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन इसी कड़ी का हिस्सा है। इन आयोजनों से युवाओं में खेलों के प्रति एक नया विश्वास जागृत होगा और उत्तराखण्ड में वह दिन दूर नहीं जब हमारी देवभूमि की पहचान खेल प्रतिभाओं की भूमि के नाम से होगी। इस वक्त हमारी पहली प्राथमिकता उत्तराखण्ड में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में अभूतपूर्व रूप से बढ़ाना है।
हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण के कार्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राधिकरण द्वारा शंकराचार्य चौक फ्लाईओवर के नीचे स्पॉट जोन स्थापित करना हो या फिर स्टेडियम के पास मल्टी स्टोरी स्पोर्ट्स का निर्माण करना यह सभी अच्छी पहल है। उत्तराखण्ड प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय के निर्माण के साथ ही दो अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम 89 मिनी स्टेडियम और 150 से अधिक खेल मैदान हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार खिलाड़ियों को पदक अर्जित करने पर नकद पुरस्कार दे रही है साथ ही विशिष्ट खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न से भी सम्मानित कर रही है। खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए कोच को सम्मानित करने के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड भी हम प्रदान कर रहे हैं। उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े जिसको लेकर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के माध्यम से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभा करने वाले खिलाड़ियों को यात्रा सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं।