चमोली में माणा गांव के पास आया भीषण एवलांच, 57 मजदूर फंसे, सीएम धामी ने की हाईलेवल मीटिंग
चमोली जिले के माणा गांव के पास आए भीषण एवलांच के कारण निर्माण कार्य में लगे बीआरओ के 57 मजदूर फंस गए। अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि बाकी मजदूरों को निकालने के लिए आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें युद्धस्तर पर राहत अभियान चला रही हैं। लेकिन, खराब मौसम और भारी बर्फबारी के चलते राहत कार्य में चुनौतियां आ रही हैं। एयर फोर्स से भी संपर्क कया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाए हुए है और मजदूरों के रेस्क्यू के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी लगातार संपर्क में हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। बचाव कार्य में किसी भी तरह की देरी न हो, इसके लिए सेना, आईटीबीपी और सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि पुलिस और अन्य एजेंसियां मौके पर हैं, और रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।ग्लेशियर हिमस्खलन के बाद भारतीय सेना की माउंटेन ब्रिगेड की एक समर्पित रेस्क्यू टीम को तैनात किया गया है। बचाव कार्य में 07 अधिकारी, 17 जूनियर कमीशंड अधिकारी और 150 अन्य जवान शामिल हैं, जो कठिन परिस्थितियों में लगातार काम कर रहे हैं। इसके अलावा डॉक्टरों की टीम भी तैनात की गई है।