मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘बजट -पूर्व संवाद’ कार्यक्रम में विशेषज्ञों से किया संवाद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त बनाने हेतु ‘बजट -पूर्व संवाद’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों ने मुख्यमंत्री को आगामी बजट के संबंध में सुझाव दिए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2024-25 के लिए जल्द ही बजट पेश करने जा रही है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जनता से बजट के लिए महत्वपूर्ण सुझाव मांगे हैं। बजट को जनता के सुझावों के आधार और जनभावनाओं के अनुरूप बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट प्रदेश की आर्थिक स्थिति और भविष्य का दर्पण है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की प्रगति का सीधा संबंध आम जनता के गुणवत्तापूर्ण जीवन से होता है। जनता की आकांक्षाओं और क्षमता को बेहतर ढंग से समझने के लिए जन संवाद बजट निर्माण की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि बजट का केंद्र बिंदु उत्तराखण्ड का समग्र विकास है। सतत, समावेशी और नवाचार तथा प्राद्यौगिकी पर आधारित विकास राज्य सरकार का मूल मंत्र है। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि हमनें बजट को जनता का बजट बनाने पर काम किया है। जन सहभागिता से बजट तैयार हो इस पर निरंतर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण प्रदेश से बजट पर सुझाव मांगे जा रहे हैं। हम सामूहिक प्रयास से उत्तराखण्ड को आगे ले जाने का काम करेंगे।
इस अवसर पर कुलपति दून यूनिवर्सिटी डॉ. सुरेखा डंगवाल, महानिदेशक यूकोस्ट प्रो. दुर्गेश पंत समेत उद्योग, पर्यटन, समेत विभिन्न सेक्टर्स से जुड़े विशेषज्ञों ने अपने सुझाव दिए।