हर घर तिरंगा अभियान के तहत बड़कोट की तिरंगा यात्रा में शामिल हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बड़कोट में तिरंगा यात्रा में शिरकत करते हुए, सभी वर्गों, संस्थाओं और लोगों से समूची गंगा यमुना घाटी को तिरंगे में रंगने का आग्रह किया। साथ ही आजादी के इस महापर्व को वैचारिक एवं संस्थागत भेदभाव से ऊपर उठते हुए, धूमधाम से मनाने की जरूरत बताई। प्रवास में बाबा बौख़नाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उन्होंने सिल्कयारा हादसे समेत तमाम आपदा में सुरक्षित रखने को बाबा की कृपा बताया।
एक दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी जनपद के यमुनाघाटी पहुंचे भट्ट ने सर्वप्रथम हर घर तिरंगा अभियान के तहत बड़कोट की तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा मंडल और बूथ स्तर तक इस प्रकार की तिरंगा यात्रा निकाल रही है । जो हर घर तिरंगा अभियान के तहत आयोजित की जा रही है। मकसद स्पष्ट है, आजादी के अमृतकाल में देशभक्ति की भावना को प्रकट कर एक दूसरे का उत्साहवर्धन करना । चूंकि यह देश प्रत्येक वर्ग, संस्था, पार्टी सभी लोगों का है, लिहाजा इस विषय पर सभी भेदभाव और स्वार्थ का त्याग कर आजादी के पर्व को धूमधाम से मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वाहन किया कि राष्ट्रवादी विचारों वाली पार्टी के नाते हम सबका दायित्व है, अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान में शामिल होने का आग्रह करे। चाहे वह हमारी पार्टी के विचारों से सहमत हो या नही, हमारा प्रयास हो कि कोई घर न छूटे जिस पर तिरंगा न फहरा हो। उन्होंने यात्रा के सफल आयोजन के लिए पार्टी पदाधिकारियों की हौसला अफजाही करते हुए, 15 अगस्त को समूची यमुना और गंगा घाटी को तिरंगे से सराबोर करने का लक्ष्य दिया । प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में निकली यह यात्रा देशभक्ति के नारों से गूंजती रही । साथ ही इसमें हजारों की संख्या में शामिल कार्यकर्ताओं का जगह जगह लोगों द्वारा स्वागत भी किया गया ।
अपने जनपद प्रवास के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने उपराडी गाँव में आयोजित बाबा बौखनाग के नवनिर्मित मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने सिल्कयारा हादसे को याद करते हुए सभी 41 जिंदगियों के सुरक्षित बचाने को बाबा की कृपा बताई। विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद देवभूमि में आपदा से नुकसान न्यूनतंतर रहता है क्योंकि जिसतरह बाबा भौखनाथ का आशीर्वाद यमुना घाटी क्षेत्र पर है, ठीक उसी तरह श्री बद्री केदार समेत चारों धामों की कृपा समूचे राज्य पर बनी रहती है।