गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय ने आपदाग्रस्त तिनगढ़ गांव एवं बूढ़ाकेदार क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय ने आज आपदाग्रस्त तिनगढ़ गांव एवं बूढ़ाकेदार क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्थाई राहत शिविर राजकीय इण्टर कॉलेज विनक खाल में आपदा प्रभावितों और अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री आपदा पीड़ितों के प्रति संवेदनशील है तथा निरंतर राहत कार्यों की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं, आपदा पीडितों की मदद में पैसों की कमी आड़े न आने दी जाए इसके भी सख्त निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बूढ़ाकेदार में बालगंगा एवं धर्म गंगा के किनारे क्षतिग्रस्त हुई सड़क सुरक्षा के प्रारंभिक कार्यों के लिए 08 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी दी गई है। उन्होंने अधीक्षण अभियंता सिंचाई को कल तक इस्टीमेट जिलाधिकारी टिहरी को उपलब्ध कराने तथा टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए।
आयुक्त गढ़वाल ने अस्थाई राहत शिविर में पॉवर बैकअप की व्यवस्था करने, टीवी, बच्चों की पढ़ाई, आजीविका आदि को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को कोई दिक्कत न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी को आपदा पीड़ित के आवास की वैकल्पिक व्यवस्था करने, 5 स्थानों पर जगह चिन्हित कर पशुओं हेतु शेल्टर बनाने, क्षमतानुसार पशुओं को शिफ्ट करने, पशुओं हेतु चारे की उचित व्यवस्था तथा तिनगढ़ गांव को प्राथमिकता पर पुनर्वास/विस्थापन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि तिनगढ़ गांव के पुनर्वास/विस्थापन के लिए भूगर्भीय सर्वे कर लिया गया है तथा सैद्धान्तिक स्वीकृति मिल चुकी है। तोली गांव के पुनर्वास के लिये सर्वे रिपोर्ट के आधार पर द्वितीय चरण में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी को तिनगढ़ गांव पुनर्वास के लिए ग्रामीणों और अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित कर भूमि चिन्हीकरण हेतु निरीक्षण करवाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि ग्राम कोट के 28 परिवारों के विस्थापन की कार्रवाई गतिमान है तथा उन्हें आज प्रथम किश्त जारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि आपदाग्रस्त क्षेत्र के समस्त गांवों का जूलॉजिकल सर्वे कराया जा रहा है।